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विद्युत विभाग:UPPCL ने 25 वितरण क्षेत्रो को बढ़ाकर 40 किया:नही किये आवश्यकतानुसार पदों का सृजन:वितरण निगमो को ही करना होगा कर्मचारियों का जुगाड़

वाराणासी 13 अक्टूबर:उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन कारपोरेशन में बढ़ते उपभोक्ताओ औऱ बिजली ख़पत के बीच समय समय पर आवश्कयतानुसार वितरण खण्डों/मंडलों की संख्याएं बढ़ाई गई,परन्तु UPPCL के 22 वर्षों के इतिहास में खण्डों/मंडलों का बढ़ना जारी रहा मगर बिजली विभाग का राजस्व घाटा घटने या स्थिर रहने के बजाये बढ़ता रहा 23 वर्षो में तमाम ब्यूरोक्रेट्स आये नये-नये नियम,योजनाएं लागू की पर विभाग का घाटा बढ़ता गया औऱ आज 1 लाख करोड़ को पर कर चुका है। ब्यूरोक्रेट्स आते रहे जाते रहे।
जिसका मुख्य कारण नियमित कर्मचारियो की कमी होना और सरकारों द्वारा UPPCL में मेमोरेंडम ऑफ़ आर्टिकल के विपरीत उच्चतम पदों पर नॉन-तकनीकी ब्यूरोक्रेसी को नियुक्ति करना। बढ़ते उपभोक्ताओ के सापेक्ष कर्मियो की कमी लगातार होती रही नई नियुक्तियां न कर प्रबंधन ने नियमित कामो के लिए ठेकेदारी/आउटसोर्सिंग को बढ़ावा दिया।
23 वर्षो में हजरों नये उपकेन्द्रो का सृजन किया गया परन्तु उपकेन्द्रो औऱ प्रत्येक सेक्शन के अनुसार पदों का सृजन न कर उपलब्ध बिजलीकर्मचारियों में से ही जुगाड़ किया जाता रहा,इंजीनियरो/तकनीकी कार्मिकों की भर्ती नही की गई, वर्तमान में उपकेन्द्रों पर निविदा कर्मियों से काम लिया जा रहा है। परन्तु विभाग की राजस्व की सेहत सुधरने के बजाये पतली होती जा रही है
वर्तमान में भी बिजली विभाग की सेहत सुधारने के लिए KYC योजना, विभाग आप के द्वार योजना, अनुरक्षण योजना लागू की जाती रही परन्तु धरताल पर सारी योजनाओं के दाम निकलने के बाद अब प्रबंधन ने विभाग की सेहत सुधारने के लिए प्रदेश में 25 वितरण क्षेत्रो को बढ़ा कर 40 कर दिया।

पूर्वान्चल निगम में 6 वितरण क्षेत्रो को बढ़ा कर 9 कर दिया गया।

पूर्वान्चल के गोरखपुर,वाराणासी,प्रयागराज क्षेत्रो को बांटा गया 2-2 भाग में।

वितरण क्षेत्र गोरखपुर-1 विद्युत वितरण मंडल-प्रथम, गोरखपुर विद्युत वितरण मंडल-द्वितीय, गोरखपुर विद्युत नगरीय वितरण मंडल, गोरखपुर

वितरण क्षेत्र गोरखपुर-2 विद्युत वितरण मंडल-देवरिया विद्युत वितरण मंडल-कुशीनगर विद्युत वितरण मंडल-महराजगंज
वितरण क्षेत्र वाराणसी-1

विद्युत नगरीय वितरण मंडल-प्रथम,वाराणासी

विद्युत नगरीय वितरण मंडल-द्वितीय,वाराणासी विद्युत वितरण मंडल-प्रथम,वाराणासी(ग्रामीण)
वितरण क्षेत्र वाराणसी-2

विद्युत वितरण मंडल-चंदौली विद्युत वितरण मंडल-गाज़ीपुर विद्युत वितरण मंडल-प्रथम,जौनपुर विद्युत वितरण मंडल-द्वितीय, जौनपुर

वितरण क्षेत्र प्रयागराज-1
विद्युत नगरीय वितरण मंडल-प्रथम,प्रयागराज विद्युत नगरीय वितरण मंडल-द्वितीय,प्रयागराज
वितरण क्षेत्र प्रयागराज-2

विद्युत वितरण मंडल-प्रथम,प्रयागराज विद्युत वितरण मंडल-द्वितीय,प्रयागराज। विद्युत वितरण मंडल-फतेहपुर। विद्युत वितरण मंडल-कौशाम्बी विद्युत वितरण मंडल,प्रतापगढ़

 

मध्यांचल निगम में 6 वितरण क्षेत्रो को बढ़ा कर 10 कर दिया गया।

दक्षिणांचल निगम में 6 वितरण क्षेत्रो को बढ़ा कर 9 कर दिया गया।

पश्चिमांचल निगम में 6 वितरण क्षेत्रो को बढ़ा कर 11 कर दिया गया।
वितरण क्षेत्रो की संख्या बढ़ाने के साथ प्रबंधन ने उसके सापेक्ष कोई पद सृजित नही किया वितरण निगमो को अपने उपलब्ध बिजली कर्मियों में ही जुगाड़ लगा कर नये बने वितरण क्षेत्रो को संचालित करना पड़ेगा।
देखना दिलचस्प होगा कि जुगाड़ से चलने वाली इस नई पॉलिसी से विभाग की सेहत में कितना सुधार होता है। वैसे घाटा बढ़ता ही जा रहा है।

दूसरी तरफ विभाग के अभियन्ता/इंजीनियर संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में निगमों में घूम-घूम कर पावर सेक्टर बचाओ-देश बचाओ के नारे के साथ बिजली व्यवस्था सुधार संगोष्ठी आयोजित कर रही है।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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