पूर्वांचल

सरकार बनते ही गोरखपुर में दौड़ी ‘विकास एक्सप्रेस’:10 फ्लाइओवर सहित फोरलेन और सिक्सलेन का बिछेगा जाल

31मार्च2022

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव खत्म होते ही एक बार फिर गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ की ‘विकास एक्सप्रेस’ पटरी पर दौड़ पड़ी है। सरकार बनते ही सीएम ने गोरखपुर के लिए एक नहीं, बल्कि कई परियोजनाओं को शुरू करने का निर्णय लिया है। इनमें लॉयन सफारी के साथ ही बीयर और डियर सफारी, चिड़ियाघर में टॉय ट्रेन, इजराइल से आ रहे जेब्रा के अलावा पूरे शहर में फ्लाइओवर का जाल बिछाकर मेट्रो की सौगात देने की तैयारी है।

गोरखपुर में चल रही योजनाओं का खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार समीक्षा करने में जुटे हैं। ऐसे में करीब 10 हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट्स गोरखपुर में जल्द शुरू हो सकते हैं। गोरखपुर की सभी 9 सीटों पर बीजेपी ने रिकार्ड जीत दर्ज की है।

गोरखपुर में बनेगा सफारी सूट

विकास परियोजनाओं की बात करें तो इनमें शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान को सूबे के पहले ऐसे प्राणी उद्यान का तमगा मिल सकता है, जिसके पास अपनी सफारी होगी। 150 एकड़ जमीन में लॉयन, बीयर सफारी और डियर सफारी बनाए जाने की योजना है।

इस योजना के अमल के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण के मालिकाना हक वाली जमीन को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान को स्थानांतरित करने पर भी विचार चल रहा है।

उत्तर प्रदेश में सिर्फ इटावा में लायन सफारी के साथ बीयर (भालू) और डियर (हिरण) सफारी है। किसी प्राणी उद्यान के नाम ऐसी उपलब्धि नहीं है। ऐसे में गोरखपुर प्राणी उद्यान में बीयर और डियर सफारी के बनने से यह सूबे का पहला प्राणी उद्यान बन जाएगा।

बब्बर शेर नहीं बीयर और डियर के लिए अनुकूल जलवायु गोरखपुर तराई का इलाका है। बब्बर शेर, शुष्क जलवायु के प्राणी हैं। यही वजह है कि तराई के क्षेत्रों में तेंदुआ ज्यादा होते हैं। गोरखपुर की जलवायु बीयर और डियर के लिए काफी अच्छी है।

टॉय ट्रेन के संचालन पर खर्च होने वाली 2.50 करोड़ की धनराशि वन निगम खर्च करेगा

प्राणी उद्यान में चलेगी टॉय ट्रेन

शहीद अशफाक उल्ला खां राजकीय प्राणि उद्यान में टॉय ट्रेन का संचालन वन निगम करेगा। टॉय ट्रेन के संचालन पर खर्च होने वाली 2.50 करोड़ की धनराशि वन निगम खर्च करेगा। इससे होने वाली आय का कुछ हिस्सा प्राणि उद्यान निदेशालय को भी मिलेगा।

2.5 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट में वन निगम दो टॉय ट्रेन संचालित करेगा। ट्रेन के पहिए रबर के होंगे। इन्हें इलेक्ट्रिक से चार्ज होने वाली बैटरी से संचालित किया जाएगा। इसके लिए बैटरी चार्जिंग स्टेशन और वर्कशाप भी बनेगा। टॉय ट्रेन के दो स्टेशन होंगे और दो ट्रेन होगी। एक ट्रेन में दो बोगी होगी, एक बोगी में 21 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी।

अप्रैल महीने में ही शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान गोरखपुर में इजराइल से जेब्रा के तीन जोड़े मंगाए जाने की कवायद भी पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ ने शुरू कर दी है। इसके लिए इजराइल से 3 जोड़ी जेब्रा लखनऊ आ भी चुके हैं। जबकि इनमें से एक जेब्रा की मौत हो चुकी है। उम्मीद है कि जल्द ही जेब्रा का जोड़ा गोरखपुर आ सकता है।

करीब 700 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे गोरखपुर को शामली से जोड़ेगा।

गोरखपुर शामली एक्सप्रेस-वे

भारतमाला परियोजना के अंतर्गत गोरखपुर- शामली एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलने जा रही है। यह करीब 700 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे गोरखपुर को शामली से जोड़ेगा। वहीं डीपीआर को तैयार करने के लिए कंसलटेंट एजेंसी नियुक्त कर दी गई है। यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के 22 जिलों की 37 तहसीलों से होकर यह एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। गोरखपुर- शामली एक्सप्रेस-वे को करीब 90 से 100 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा और यह 700 किलोमीटर लंबा होगा।

गोरखपुर सिलीगुड़ी तक होगा एक्सप्रेस-वे

गोरखपुर को एक और एक और एक्‍सप्रेस वे की सौगात मिलने जा रही है। ये नया एक्सप्रेस वे 600 किलोमीटर लंबा होगा। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे का बड़ा हिस्‍सा बिहार से होकर जाएगा। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्‍सप्रेस वे का 416 किलोमीटर हिस्‍सा उत्‍तरी बिहार के 10 जिलों से होकर जाएगा। फिलहाल अभी इस नए एक्सप्रेस वे का बजट निर्धारित नहीं हुआ है। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी लागत हज़ार करोड़ हो सकती है। केंद्र सरकार ने नए एक्‍सप्रेस वे को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है।

गोरखपुर शहर में फोरलेन और सिक्सलेन का जाल बिछाने की तैयारियों ने भी जोर पकड़ लिया है।

गोरखपुर में बिछेगा फोरलेन और सिक्सलेन का जाल इसके अलावा गोरखपुर शहर में फोरलेन और सिक्सलेन का जाल बिछाने की तैयारियों ने भी जोर पकड़ लिया है। इनमें जंगल कौड़िया से जगदीशपुर फोरलेन, देवरिया बाइपास सिक्सलेन, कालेसर से जगदीशपुर तक सिक्सलेन के अलावा करीब आधा दर्जन ऐसी सड़कें शामिल हैं।

शहर में बनेंगे 10 नए फ्लाइओवर

इतना ही नहीं, विकास की रफ्तार में गोरखपुर को एक नहीं बल्कि 10 नए फ्लाइओवर भी मिलने जा रहे हैं। ताकि शहर के किसी भी कोने से कहीं भी जानें में वक्त न लगे। इसमें पैडलेगंज, नकहा, पादरीबाजार, खंजाची सहित शहर के 10 फ्लाइओवर शामिल हैं।

400 एकड़ में बनेगी नई टाउनशिप

गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) की तरफ से खोराबार में प्रस्तावित अत्याधुनिक टाउनशिप योजना, शहर से सटे इस क्षेत्र के विकास की नई इबारत गढ़ेगी। ढाई दशक पहले जीडीए ने देवरिया बाईपास और इंजीनियरिंग कॉलेज रोड, दोनों मार्ग से जुड़ने वाले इस इलाके में 175 एकड़ जमीन अधिगृहीत की थी। समय के साथ आसपास के इलाकों में तो कई कॉलोनियां विकसित हो गईं मगर यह बड़ा इलाका पिछड़ा ही रह गया।

जमीन अधिग्रहीत होने के बाद भी 100 से अधिक लोगों ने पक्के और कच्चे घर बना रखे हैं जिन्हें जीडीए अवैध मानता है। वहां रह रहे लोगों से जगह खाली कराने की तैयारी भी चल रही है, लेकिन अब जीडीए की ओर से यहां 400 एकड़ जमीन में टाउनशिप बनाकर यहां अवैध रुप से रह रहे लोगों के साथ ही शहर को भी एक बड़ी सौगात देने की तैयारी है।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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