विद्युत विभाग:ERP घोटाला प्रकरण: चेयरमैन द्वारा निर्धारित समयसीमा के बावजूद संदिग्ध बिलो की जांच अधर में
डिस्कॉम की जांच टीम पहुचने से पहले अधिकारी भागे छुट्टी पर
विद्युत विभाग 7 मई:पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में वित्तीय वर्ष 22-23 में भुकतान हेतु वर्ष 15-17 के अपलोड किए गए करोड़ो के संदिग्ध 1600 बिल की जांच के लिए UPPCL, चेयरमैन के द्वारा दी गई समयसीमा बीत जाने के बाद भी आज तक जांच नही हो पाई है जबकी चेयरमैन ने 29.04.23 तक जांच कर एव दोषियो पर कार्यवाही की आख्या मांगी थी।
संदिग्ध बिलो की जाँच के लिए पूर्वान्चल,डिस्कॉम की वित्त इकाई के लगभग आधा दर्जन अधिकारियों/लेखाकारों की टीम बलिया के लिए रवाना हुई सूत्र बताते है कि टीम के निकलने की सूचना लीक होने से संबंधित खण्डों के अधिशासी अभियंता औऱ लेखाकार टीम के बलिया पहुचने से पहले छुट्टी पर चले गए।
निदेशक,वित्त के नेतृत्व में आधा दर्जन अधिकारियों/लेखाकारों की टीम बलिया पहुँच कर दर्जनों अधिकारियो के साथ मीटिंग कर खानापूर्ति कर मुख्य अभियंता,आजमगढ़ को दिनांक 08.05.23 तक बीजकवार आख्या देने के निर्देश दिए। करनी थी 4 बिन्दुओ पर जांच,चर्चा औऱ बैठक कर हुए वापिस।
बताये चले की ओ०एंड एम० मद में ख़र्च किये गए लगभग 90 करोड़ के भुकतान हेतु वित्तीय वर्ष 22-23 में ERP पर अपलोड किए गए वर्ष 15-17 के बिलो को अपलोड करने की प्रारंभिक जांच में पूर्वान्चल के वितरण खंड आजमगढ़/बलिया/मऊ सामने आने के बाद उन खंडों के 1600 सौ बिलो की विस्तृत जांच के आदेश जारी किये गये।
4 बिंदुओं पर मांगी गई थी रिपोर्ट
#सम्बंधित बिलो हेतु सक्षम स्तर से वित्तीय/प्रशासनिक अनुमोदन प्राप्त है या नही
#अगर अनुमोदन प्राप्त नही है तो जिम्मेदार कार्मिको की नामावली
#बिलो को ERP पर विलम्ब से अपलोड करने के कारण औऱ विलंब से अपलोड करने वाले कार्मिको की नामावली
#बिलो से सम्बंधित कार्य का विवरण/मद,संबंधित वित्तीय वर्ष एव अनुबंघ संख्या औऱ कार्यादेश संख्या
पड़ताल जारी है……