विद्युत विभाग:मा०ऊर्जामंत्री के निर्देशों का नही हो रहा पालन,की जा रही अवहेलना,चेयरमैन पर हठवादिता का आरोप
वाराणसी/लखनऊ 31 मार्च:ऊर्जामंत्री श्री अरविंद कुमार शर्मा औऱ संघर्ष समिति की बीच जल निगम फील्ड हॉस्टल, लखनऊ में दिनांक-19.03.23 को हड़ताल वापसी की सहमति के बाद ऊर्जामंत्री ने ऊर्जा प्रबंधन को 03.12.22 के समझौते के क्रियान्वयन औऱ अन्य मांगों के समाधान हेतु तथा बिजलीकर्मियो के आंदोलन/सांकेतिक हड़ताल के फलस्वरूप की गई उत्पीड़नात्मक कार्यवाही वापस लेने के निर्देश दिए थे।
ऊर्जामंत्री ने संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान UPPCL के चेयरमैन एम०देवराज,UPPCL के MD पंकज कुमार एवं MD पी०गुरु प्रशाद की उपस्थिति में निर्देश दिए थे। इसी प्रेस वार्ता में संघर्ष समिति ने भी चल रहे आंदोलन/सांकेतिक हड़ताल की वापसी की घोषणा की थी।
संघर्ष समिति ने चेयरमैन को लिखा पत्र
संघर्ष समिति ने ऊर्जामंत्री के निर्देशों के पालन न करने औऱ लगातार निर्देशो के प्रतिकूल उत्पीड़नात्मक कार्यवाही करने,संविदा/निविदा कर्मियों को सांकेतिक हड़ताल के बाद ठेकेदारों को दबाव में लेकर सेवा से निष्कासित करने,22 मार्च को ऊर्जामंत्री के निलंबित बिजलीकर्मियो को कार्यमुक्त न करने के निर्देश की अवहेलना कर बिजलीकर्मियो को कार्यमुक्त किया गया एवं सम्बद्ध किये गए कार्यालयो में परेशान करने,आन्दोल के दौरान की गई अनेको FIR ऊर्जामंत्री के निर्देशों के बावजूद आज तक वापस न लेने के आरोप के साथ UPPCL चेयरमैन से पुनः ऊर्जामंत्री के निर्देशो के अनुसार समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाही वापस लेने एवं 03.12.22 के समझौते का क्रियान्वयन एवं अन्य मांगों का सार्थक समाधान शीर्ष सुनिश्चित करने की मांग की।
साथ ही अवगत कराया कि ऊर्जामंत्री जी के निर्देशों का पालन नही किये जाने से ऊर्जा निगमो में तनाव का वातावरण बना हुआ है इसके बावजूद भी बिजलीकर्मियो मा०मुख्यमंत्री औऱ मा०ऊर्जामंत्री के निर्देशानुसार बिजली व्यवस्था को सुचारू औऱ बेहतर बनाने में सतत प्रयत्नशील है औऱ चैयरमैन को आरोपित किया कि मा०ऊर्जामंत्री के निर्देशों के सर्वथा विपरीत हठवादी रवैये से ऊर्जा निगमो में कार्य का स्वस्थ वातावरण नही बन पा रहा है।