विद्युत विभाग:विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने दिया प्रस्ताव,चेयरमैन के विरुद्ध संख नाद की तैयारी,कल 3 बजे फील्ड हॉस्टल पर संघर्ष समिति की बैठक,समझौते का पालन न करने से बढ़ी नाराज़गी
लखनऊ 03 जनवरी:सरकार की अध्यक्षता में संघर्ष समिति औऱ प्रबंधन के बीच हुए समझौते के किसी भी बिन्दु का अनुपालन न होने पर प्रदेश भर में एक घण्टे की विरोध सभायें कर ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी रवैये की निन्दा की गयी एव संघर्ष समिति ने ऊर्जा मंत्री जी से समझौते को तत्काल लागू कराये जाने की अपील की।
विरोध सभा कर चेयरमैन के विरुद्ध फूंका बिगुल
उप्र ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी रवैये एवं मनमानेपन के चलते तथा उप्र सरकार के मा. ऊर्जा मंत्री व मुख्य सलाहकार, मा. मुख्यमंत्री जी के साथ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र की दिनांक 03.12.2022 को सम्पन्न त्रिपक्षीय वार्ता बैठक में हुए समझौते के 01 माह बाद भी किसी भी बिन्दु का अनुपालन न किये जाने को लेकर आज दिनांक 03.01.2023 को प्रदेश भर में विरोध सभा की गयी एवं समिति के समस्त सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से शीर्ष प्रबन्धन की घोर निन्दा करते हुए उप्र सरकार के मा. ऊर्जा मंत्री जी से यह अपील की गयी कि दिनांक 03.12.2022 के समझौते को तत्काल लागू किये जाने हेतु ऊर्जा निगमों के शिखर प्रबन्धन को कड़े निर्देश जारी किया जाये जिससे उप्र में मा. मुख्यमंत्री जी के अपेक्षानुरूप बेहतर विद्युत उपभोक्ता सेवा एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति के कार्यों व विकास के अन्य लक्ष्यों को धरातल पर लागू किया जाना सम्भव हो सके।
पदाधिकारियो ने वादा खिलाफ़ी का लगाया आरोप
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रमुख पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जय प्रकाश, जी.वी. पटेल, गिरीश पाण्डेय, सदरूद्दीन राना, राजेन्द्र घिल्डियाल, सुहेल आबिद, पी के दीक्षित, चन्द्रभूषण उपाध्याय, महेन्द्र राय, शशिकान्त श्रीवास्तव, मो. वसीम, छोटे लाल र्दीक्षत, आर0वाई0 शुक्ला, सुनील प्रकाश पाल, राम चरण सिंह, ए.के. श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, माया शंकर तिवारी, विशम्भर सिंह, राम सहारे वर्मा, शम्भू रत्न दीक्षित, पी.एस. बाजपेई, जी.पी. सिंह, रफीक अहमद, मो. इलियास, आर.के. सिंह ने आज जारी बयान में बताया कि माननीय ऊर्जा मंत्री एवं माननीय मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार के साथ विगत 03 दिसंबर को हुए लिखित समझौते का आज एक माह पूरा हो गया है और ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन खासकर चेयरमैन के स्वेच्छाचारी रवैया में कोई परिवर्तन नहीं है। दमनात्मक कार्यवाहियाँ और भय का वातावरण यथावत जारी है। समझौते के किसी भी बिंदु का पालन नहीं किया गया है। इसी क्रम में समस्त जनपदों/परियोजनाओं में आज सायं 4ः00 बजे से 5ः00 बजे 01 घण्टे की विरोध सभा कर प्रबंधन के स्वेच्छाचारी रवैय्ये की निंदा की गयी और माननीय मुख्यमंत्री जी एवं मा. ऊर्जा मंत्री जी को समझौते के तत्काल क्रियान्वयन हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया गया।
आगे की रणनीति के लिए कल 3 बजे से फील्ड हॉस्टल लखनऊ में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की बैठक