अग्निपथ सेना भर्ती मामले में वाराणसी जिला मुख्यालय पर आम आदमी पार्टी ने विरोध प्रदर्शन
वाराणसी18जून:आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष कैलाश पटेल के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर भारतीय सेना मैं 4 वर्षों के लिए सैनिकों की भर्ती को लेकर विरोध प्रदर्शन एवं ज्ञापन दिया
भारतीय सेना वास्तव में सैन्य भर्ती न होकर एक सिक्योरिटी गार्ड ट्रेनिंग सेंटर होकर रह जायेगी क्योंकि 4 साल तक सेना में रहने के बाद युवा या तो किसी प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करेगा या फिर बेरोजगारी की मार से आत्महत्या करने को मजबूर होगा। सेना भर्ती की तैयारी के लिए बहुत से सैनिक 4 साल तैयारी करने में लगा देते हैं । ऐसे में ऐसा लगता है जैसे सरकार ने यह कदम जानबूझकर देश के युवाओं के भविष्य को प्राइवेट कंपनीयों के हाथों में देने के लिए उठाया है। सरकार जानबूझकर इन निजी कंपनियों को फायदा पंहुचा रही है। इस वजह से सभी देशभक्तों की भावनाओं को चोट पंहुची है। हमारी सेना भारत की शान है जो भारत के हर व्यक्ति के लिए गर्व है। ऐसे में सिर्फ प्राइवेट कंपनियों को फायदा पंहुचाने के लिए देश की सेना के साथ खिलवाड़ करना पूरी तरह से देश के खिलाफ काम करना है।
सरकार का यह तर्क भारतीय सेना और सैनिकों दोनों के साथ विश्वासघात करता है कि 4 वर्षों के बाद सैनिकों को सेवानिवृत्त करने से पेंशन पे आउट कम देना पड़ेगा। सरकार सेना की प्रभावशालिता और ताक़त को सिर्फ इसलिए कमजोर कर रही है ताकि उसे सैनिकों को पेंशन न देनी पड़े। सरकार का यह कुतर्क देश के सभी नौजवानों और देशभक्तों का मजाक बना रहा है। भारतीय सेना अपने जांबाज सिपाहियों के लिए देश की सेवा और मातृभूमि की सुरक्षा करने का एक सशक्त माध्यम है। इसी देशभक्ति और मातृभूमि की रक्षा के लिए सैनिक हर क्षण अपनी जान न्यौछावर करने को तैयार रहते हैं लेकिन सरकार के इस फैसले ने सैनिकों की इस भावना और जज्बे को रौंदते हुए मातृभूमि की रक्षा के कर्त्तव्य को सिर्फ 4 वर्षों की कॉन्ट्रेक्ट आधारित नौकरी बनाकर रख दिया। यह एक घोर अपमानजनक कदम है। जिस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
अग्निपथ योजना जैसे अपमान जनक कदम के कारण देश के युवाओं के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोकने का प्रयास करें। भारत की सेना भारत का गर्व है कि हमारी सेना के गर्व को खत्म करने का प्रयास न करें l
आज के प्रदर्सन मे घनश्याम पांडे ,अखिलेश पांडे, विनोद जायसवाल, मनीष गुप्ता ,कृष्णकांत तिवारी ,पल्लवी वर्मा शारदा टंडन, अजीत सिंह ,सत्य प्रकाश राम, अर्चना श्रीवास्तव, अनीता यादव ,शिखा संतोष ,सौरव यादव, अमर सिंह पटेल , कन्हैयालाल मिश्रा,माया शंकर पटेल ,सुभाष चंद्र वर्मा ,अजय प्रताप, ओम कुमार ,रिता पटेल, विवेक गुप्ता, आशीष कुमार गौड़, राकेश कुमार सिंह, अंकुर अग्रवाल, डॉ प्रवीण गुप्ता ,अनुराग सिंह, धर्मेंद्र तिवारी ,रघुकुल यथार्थ ,राहुल द्विवेदी, आनंद अग्रहरि ,पीयूष श्रीवास्तव।