पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में E R P फेल भ्रष्टाचारी पास
वाराणसी 21अक्टूबर : सरकार और प्रबन्धन के साथ साथ भ्रष्टाचारियो की गलत नीतियों के चलते पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम जो कंगाली की मार से गुजरने रहा है। विगत वर्षों से ज्यादा राजस्व वसूली के बाद भी अपना आर्थिक जनाजा उठाने को मजबूर नजर दिख रहा है इस हालत में डिस्कॉम को इसकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में यहा की कार्यदायी संस्थाओं को जो भुखमरी के कगार पर थी उनका भुगतान करने की नीयत से उ प्र सरकार द्वरा UPPCL पर थोपी गयी योजना ERP लागू कराने का दबाव बढ़ा कर इसी व्यवस्था के तहत छोटी बड़ी कार्यदायी कम्पनियों को भुगतान करने का फरमान जारी किया* जिसे प्रबंधनिदेशक सहित समूचे प्रबन्धन ने अपनी कड़ी मशक्कत कर लागू कराने की दिशा में सफलता पूर्वक पहला कदम बढ़ाते ही भ्रष्टाचारियो के होश उड़ गए नतीजा घोटाले बाजो ने दाव खेलना शुरू कर दिया।
एक बिल पर दो बार भुगतान के खेल का खुलासा, जिम्मेदार कौन
वित्तीय व्यवस्था में डेविड क्रेडिड का खेल कर अपनी तिजोरी भरने के माहिर खिलाड़ियों को इस खबर से जोर का झटका लगना तय है क्योंकि ERP लागू होने और पूर्वांचल डिस्कॉम में सफलता की खबर ने एक बड़े धड़े के पेट में दर्द पैदा होने की सूचना* निरन्तर सुर्खियों में थी और दूसरी ओर समय का उपभोक्ता समाचार की खोजी पत्रकारिता की नजर इस व्यवस्था के बीच कोमा जाने वाले भ्रष्टाचारियो पर थी इस व्यवस्था के बीच कौन और कैसे बनाएगा भ्रष्टाचार के कनेक्शन *इसी बीच छोटी बड़ी कार्यदायी कम्पनियों की पहली किस्त भुगतान के बीच वाराणसी के नगरी विद्युत वितरण खण्ड प्रथम में लाखों के फर्जी भुगतान का खुलासा हो गया जिसकी पड़ताल जब समय का उपभोक्ता समाचार द्वारा की गयी तो उस कार्यालय के ईमादार एकाउंट ऑफिसर ने ERP के माध्यम से गलत भुगतान डिवीजन को मिलने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि यह धनराशी डिस्कॉम को वापस भेजी जाएगी* परन्तु सवाल यह उठता है कि डिस्कॉम के निदेशक वित्त जो लैपटॉप पर दक्षिण भारती फ़िल्म देखने के शौकीन है और उनकी फ़ौज क्या करती रही ? शायद वो भी कोई ताजातरीन रिलीज हुई को जबरदस्त फिल्म देख रहे होगे क्यो कि खरबूजे को देख खरबूजा रंग बदलता है। खैर
युद्ध अभी शेष है