एक झलक

अद्भुत किस्‍से सुन दंग रह जाएंगे, भक्तों के मन की बात जान लेते थे, चमत्कारों की लिस्ट लंबी: Neem Karori Baba

17 जून 2023
Neem Karori Baba: बाबा नीम करौरी को भगवान हनुमान का अवतार माना जाता है। देश-विदेश से हजारों भक्त यहां हनुमान जी का आशीर्वाद लेने आते हैं। बाबा के भक्तों में एप्पल के मालिक स्टीव जॉब्स, फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्क और हॉलीवुड एक्ट्रेस जूलिया रॉबर्ट्स का नाम लिया जाता है। कहा जाता है कि इस धाम की यात्रा करके उनका जीवन बदल गया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी भी बाबा की महिमा की जिक्र कर चुके हैं।
हर साल 15 जून को उत्‍तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम में भव्‍य भंडारे का आयोजन होता है। जिसका प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्‍त तड़के से ही कई किमी लंबी लाइन में लगकर अपनी बारी का इतंजार करते हैं। वहीं इन दिनों बाबा नीम करौरी के धाम में भक्‍तों की भीड़ उमड़ रही है। देशभर से लोग उनके दर्शन को आ रहे हैं। कई नामचीन हस्तियां भी कैंची धाम पहुंच रही हैं।

आम आदमी से लेकर अरबपति तक भक्‍त

नीब करौरी बाबा के भक्तों में एक आम आदमी से लेकर अरबपति तक शामिल हैं। बाबा चमत्कारों को सुनकर दुनिया के कौने-कौने से लोग यहां पर खिंचे चले आते हैं। बाबा के भक्त और जाने-माने लेखक रिचर्ड अल्बर्ट ने ‘मिरेकल आफ लव’ नाम से बाबा पर पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक में बाबा के चमत्कारों का विस्तार से वर्णन है। वहीं बाबा की तमाम लीलाएं हैं जो भक्तों को अपनी ओर खींचती हैं।

बिन बोले ही बता दीं सारी बातें

बाबा की लीलाएं भी अद्भुत हैं। वर्षों पूर्व एक विदेशी भक्त पति को लेकर बाबा के पास पहुंची। पति तब पति बाबा के दरबार से उठकर चला गया और नदी किनारे खड़ा रहा। सुबह लौटते समय पत्नी के कहने पर वह बाबा के दर्शन को आश्रम पहुंचा।

बाबा ने उसे बुलाकर पूछा कि तुम नदी के किनारे खड़े होकर क्या सोच रहे थे। क्या तुम यह सब जानना चाहते हो। तब बाबा ने उसे उसके मन में चल रही सभी बातें बता दीं। यह सुनकर विदेशी महिला का पति भी बाबा का भक्त बन गया।

आगे नहीं बढ़ी ट्रेन

बताते हैं कि एक बार बाबा फर्स्ट क्लास कम्पार्टमेंट में सफर कर रहे थे। जब टिकट चेकर आया तो बाबा के पास टिकट नहीं था। तब बाबा को अगले स्टेशन में ट्रेन से उतार दिया गया। लेकिन ट्रेन आगे नहीं बढ़ी। तब बाबा के एक भक्‍त ने उनके चमत्‍कार के बारे में बताया और उनसे माफी मांगने को कहा। उसके बाद बाबा को ट्रेन में बैठाया गया और तब ट्रेन चल पड़ी।

डिसक्लेमर: ‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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