पूर्वांचल

डीएम ने गर्मी के दृष्टिगत सभी हैंडपंप क्रियाशील रहे, ताकि पेयजल की समस्या न होने पाए-एस. राजलिंगम

बैठक से अनुपस्थित रहने पर डीएलसी का एक दिन की वेतन रोकने का भी दिया निर्देश

वाराणसी30 मार्च :जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने गर्मी के मौसम के दृष्टिगत पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था के साथ ही भीषण गर्मी (लू) से बचाव हेतु आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित कराए जाने हेतु संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने पशुओं के लिए भी पेयजल की व्यवस्था के साथ ही पशुओं के लिए छाया की पर्याप्त व्यवस्था के साथ ही चारा एवं दवाओ की व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने हेतु मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया। बैठक से डीएलसी के अनुपस्थित होने पर 1 दिन की वेतन रोकने का भी निर्देश दिया।

जिलाधिकारी एस. राजलिंगम शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गर्मी के दृष्टिगत पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था के साथ ही लू से बचाव हेतु आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित कराए जाने के संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से इसके लिए ठोस एवं समुचित कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत किए जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने नहरो में पानी की पर्याप्त व्यवस्था के साथ ही तालाबों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने पर विशेष जोर दिया। गर्मी में फसलों में विभिन्न कारणों से लगने वाली आग से बचाव के भी पर्याप्त प्रबंध करने के साथ ही अग्निशमन गाड़ियों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समुचित प्रबंधन हेतु सभी हैंडपंपों को क्रियाशील रखा जाय तथा खराब हैंडपंपों को युद्ध स्तर पर अभियान चला कर तत्काल दुरुस्त कराया जाए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में लगे पाइपलाइन परियोजनाओं से नियमित पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। नगरीय क्षेत्र में भी पर्याप्त पानी की आपूर्ति का प्रबंध सुनिश्चित हो, इसके लिए चाक चौबंद व्यवस्था हो। नलकूपों की मरम्मत सहित लो वोल्टेज आदि की समस्याओं का तत्काल निदान कर लिया जाए, ताकि गर्मी में आम लोगों को पानी की किल्लत किसी भी दशा में न हो। पानी की टैंकरों की भी पर्याप्त व्यवस्था हो। जिससे आवश्यकतानुसार पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा सके। नवशहरी क्षेत्र में भी पेयजल आपूर्ति का समुचित प्रबंध सुनिश्चित कराई जाए तथा खराब और पंपों की तत्काल मरम्मत कर ली जाए। असेवित क्षेत्रों में भी पेयजल के पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित हो। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पेयजल को लेकर कोई भी समस्या नहीं आनी चाहिए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल शिकायतों लिए उन्होंने कंट्रोल रूम स्थापित किए जाने का भी निर्देश दिया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बंदिता श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, जिला पंचायत राज अधिकारी, नगर निगम, जल निगम एवं संबंधित विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *