पूर्वांचल

बाप-बेटी गिरफ्तार, पेपर लीक मामले में वाराणसी पुलिस ने की कार्रवाई

6दिसंबर2021

वाराणसी में पकड़े गए NEET साल्वर गैंग के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने सॉल्वरह गैंग से डील करने वाली हिना और उसके पिता गोपाल विश्वास को गिरफ्तार कर लिया है। हिना को दाखिला दिलाने के एवज में 50 लाख में सौदा हुआ था। पुलिस ने पिता और बेटी दोनों को कोर्ट में पेश किया। वहां से जेल भेज दिया गया। वाराणसी में सारनाथ के एक स्कूल में 12 सितंबर को एनईईटी परीक्षा में सॉल्वर गैंग की धांधली का मामला सामने आया था। पुलिस ने परीक्षा केंद्र से ही हिना विश्वास की जगह परीक्षा दे रही बीएचयू की बीडीएस की छात्रा जूली कुमारी और उसकी मां बबीता देवी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से लेकर अब तक इस प्रकरण में सॉल्वर गैंग के सरगना नीलेश सिंह उर्फ पीके सहित 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

त्रिपुरा के धलाई जिले के एडीसी साउथ कचुचारा निवासी गोपाल विश्वास ने बताया कि वह मेडिकल स्टोर चलाता है। वह अपनी बेटी हिना को डॉक्टर बनाना चाहता था। जूली का एडमिशन एमबीबीएस में कराने के लिए उसने त्रिपुरा के ही प्रदीप्त भट्टाचार्य और मृत्युंजय देवनाथ से संपर्क किया। उन दोनों ने नीलेश उर्फ पीके और डॉ. ओसामा शाहिद से 50 लाख रुपए में सौदा तय कराया। एडवांस में पांच लाख रुपए प्रदीप्त, मृत्युंजय और नीलेश उर्फ पीके के बैंक अकाउंट में जमा किया गया। इसके बाद परीक्षा देने के लिए जूली कुमारी और हिना की फोटो को मिक्स करा कर फॉर्म भरवाया गया। 12 सितंबर को हिना की जगह जूली कुमारी परीक्षा दे रही थी। तभी कमिश्नरेट वाराणसी की सर्विलांस टीम और सारनाथ थाना की पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

गोपाल विश्वास ने बताया कि परिजनों और पड़ोसियों को उसने यह भरोसा भी दिलाया था कि उसकी बेटी ने ही एनईईटी की परीक्षा दी है। इसके लिए वह प्रदीप्त भट्टाचार्य और उसकी बेटी हिना 9 सितंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट से अगरतला से दिल्ली गए। तीन दिनों तक वह लोग दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर घूमे। इसके बाद 13 सितंबर की सुबह दिल्ली से एयर इंडिया की फ्लाइट से तीनों अगरतला पहुंचे। वहीं जूली कुमारी के पकड़े जाने की सूचना मिली। इसके बाद से गोपाल विश्वास बेटी हिना के साथ घर छोड़ कर भाग गया। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश के अनुसार इस मामले में अब तक सॉल्वर गैंग के सरगना समेत 13 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अभी 3 डॉक्टर समेत 14 आरोपियों की तलाश जारी है। इनमें डॉ. अफरोज, डॉ. प्रिया, डॉ. गणेश, मृत्युंजय देबनाथ, दिव्यज्योति नाग उर्फ देबू, आशुतोष राज, मुंतजिर, प्रवीण, प्रमोद, हामिद रजा, पीयूष, चंदन, संजीव और प्रदीप्त भट्‌टाचार्य शामिल हैं। इनकी तलाश में पुलिस की 4 अलग-अलग टीमें बिहार, बंगाल और त्रिपुरा में दबिश दे रही हैं।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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