राजनीति

बिहार में टूट सकता है BJP-JDU गठबंधन, कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की तैयारी में नितीश कुमार

पटना 09अगस्त:बिहार में एक बार फिर JDU-BJP गठबंधन टूट सकता है। खबर है कि 11 अगस्त तक दोनों अलग हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार आरजेडी, लेफ्ट फ्रंट और कांग्रेस के साथ मिल कर वैकल्पिक सरकार बनाने की तैयारी में जुटे हैं। जेडीयू बीजेपी पर अपनी पार्टी तोड़ने का आरोप लगा रही है। जेडीयू हाल ही में पार्टी से इस्तीफा दे चुके आरसीपी सिंह के जरिए टूट की कोशिश का आरोप लगा रही है। इतना ही नही नीतीश कुमार की पार्टी के ज्यादातर विधायक मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते। ऐसे में नीतीश कुमार आरजेडी, लेफ्ट फ्रंट और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के विकल्प तलाश रहे हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सभी सांसद और विधायकों को अगले दो दिन में पटना पहुंचने को कहा है। उधर, RJD भी इसी नक्शेकदम पर है। उसने सभी विधायकों को पटना में रहने के लिए कहा है। RJD के विधायकों की कल पटना में बैठक होनी है। जदयू-बीजेपी गठबंधन को लेकर जारी कयासों के बीच इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, नीतीश ने सोनिया गांधी से टेलीफोन पर बात की। 11 अगस्त तक राज्य में नई सरकार बन सकती है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि मंगलवार को ही तेजस्वी यादव अपने सभी विधायकों के साथ बैठक करेंगे। हालांकि, सरकार के भविष्य को लेकर JDU नेताओं ने कोई आधिकारिक बात नहीं कही है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच जिस तरीके से पिछले कुछ दिनों में टकराव की स्थिति बनी है, उसके बाद लगातार ये सवाल खड़े हो रहे हैं कि बिहार में एनडीए सरकार गिर जाएगी और नीतीश आरजेडी के साथ मिलकर फिर से सरकार बनाएंगे।

दरअसल, पिछले 1 महीने के घटनाक्रम पर नजर डालें तो ऐसा साफ लगता है कि नीतीश और बीजेपी के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। महीनेभर में ऐसा 4 बार हुआ है, जब नीतीश कुमार ने बीजेपी से कन्नी काटी है। बता दें कि नीतीश की दो हफ्ते पहले कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। 3 अगस्त को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई।

नीतीश भाजपा से क्यों हैं नाराज?

– मिली जानकारी के अनुसार, उन्हें सरकार चलाने में फ्री हैंड नहीं मिल रहा है। चिराग प्रकरण के बाद RCP प्रकरण से भी भाजपा से खफा हैं।

बीते कुछ महीने में नीतीश ने कई अहम बैठकों से दूरी बनाई है। कुछ महीने पहले वे PM की कोरोना पर बुलाई गई बैठक से दूर रहे।

– हाल में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सम्मान में दिए गए भोज, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में भी नहीं गए।

– राज्य में बिहार के BJP नेताओं से भी नहीं मिल रहे हैं। CM लोकल स्तर पर कार्यक्रमों में शामिल तो हो रहे हैं, लेकिन BJP नेताओं से खुलकर ना तो बात कर रहे हैं ना ही उनसे मिल रहे हैं।

2020 में नीतीश की पार्टी JDU की 28 सीटें घट गई थीं और वह 43 पर आ गई, जबकि BJP की 21 सीटें बढ़कर 74 पर पहुंच गई थीं। इसके बावजूद BJP ने नीतीश को मुख्यमंत्री बनाया था। NDA को 125 सीटें और महागठबंधन को 110 सीटें मिली थीं।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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