पूर्वांचल

मणि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव -चतुर्थ दिवस भरत शर्मा ने बहायी भजन गंगा,दूसरे दिन पंचकोशी यात्रा पहुँची भीमचण्डी

वाराणसी 16 मार्च :धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की तपोस्थली मणि मंदिर, धर्मसंघ में शनिवार को भी भजनों की अनुगूँज रही। मंदिर के चतुर्थ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम में चौथे दिन भजन सम्राट एवं संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित भजन गायक भरत शर्मा व्यास ने भजन गंगा बहायी। भजन संध्या में सर्वप्रथम उन्होंने सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। उसके पश्चात सुप्रसिद्ध गीत ‘निमिया की डारी झूलेली झुलनवा’, ‘माई जगदंबा’, ‘तंत्र मंत्र सिद्धि वाली माई, ‘बिनती करीला हनुमान जी से शरण मे आ गइली’ आदि भजनों से देर तक भक्तों को सराबोर करते रहे।

इसके पूर्व गायक रतन त्रिपाठी ने भजन प्रस्तुत किया। उन्होंने गणेश वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उसके बाद ‘राम नाम अति मीठा है, कोई गाकर देख ले’, बरतिया लेकर आ गए बम बम भोला’, ब्रज की होली पर ‘मैं तो खेलूंगी उनही के साथ होरी’ आदि गीतों की प्रस्तुतियां दी।
गायिका पल्लवी भट्टाचार्या ने सबसे ‘घर में पधारों गजानंद जी, मेरे घर मे पधारो’ आदि गीत प्रस्तुत किया।
इनके साथ संगत में तबले पर शशिभूषण मिश्रा, गिटार पर भूपेंद्र सिंह, ऑर्गन पर अमित राय एवं पैड पर बृजेश रहे। कलाकारों का स्वागत राजमंगल पाण्डेय ने किया।

दूसरे दिन यात्रा पहुँची भीमचण्डी-

मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर शुरू हुई पंचकोशी यात्रा दूसरे दिन प्रातःकाल कर्दमेश्वर महादेव से प्रारंभ होकर भीमचण्डी पहुँची। धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज के पावन सानिध्य में भक्तगण गाजे बाजे और जय जयकार लगाते हुए चलते रहे। आगे आगे वैदिक बटुकों की टोली उनके पीछे देशभर से आये भक्तगण भी पैदल यात्रा में शामिल हुए। यात्रा के भीमचण्डी माता के मंदिर पहुँचने पर विश्राम के उपरांत सायंकाल शिवमहापुराण कथा का आयोजन हुआ। वृंदावन से आये कथा व्यास आचार्य भरत पाण्डेय ने भक्तों को शिव महिमा का श्रवण कराया। उन्होंने कहा कि काशी में शिव साक्षात विराजते हैं। यहाँ मृत्यु होने मात्र पर शिव कान में तारक मंत्र देकर उसे भवसागर पार लगा देते है। इस अवसर पर मुख्य रूप से धर्मसंघ महामंत्री पण्डित जगजीतन पाण्डेय, मनोहर लाल अरोड़ा, बलदेव शर्मा, वीरभान अरोड़ा, रमेश गुप्ता, राज कुमार महाजन सहित सैकड़ों भक्त शामिल रहे।

कल का कार्यक्रम – यात्रा कल प्रातः 5 बजे भीमचण्डी मंदिर से जंसा स्थित रामेश्वर महादेव मंदिर पहुँच कर विश्राम लेगी। जहाँ सायंकाल शिव महापुराण कथा का आयोजन होगा।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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