विद्युत विभाग:कर्मचारियों में आक्रोश:अरबों रुपये के GPF/CPF घोटाले की जांच को प्रभावित करने की मंशा: लोकतांत्रिक मूल्यो की हत्या: ट्रस्टियों ने लगाया आरोप
वाराणसी/लखनऊ 20 मई: कार्मिक ट्रस्टी इं•जय प्रकाश एवं चन्द्रभूषण उपाध्याय ने संयुक्त रूप से प्रेस नोट जारी कर बताया कि दिनांक 19-05-2023 को अध्यक्ष उप्र पावर कारर्पोरेशन लि•अंशदायी भविष्य निधि ट्रस्ट द्वारा लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित कार्मिक ट्रस्टीज इं जय प्रकाश एवं चन्द्रभूषण उपाध्याय को ट्रस्ट के नियमो के इतर ट्रस्टी पद से भ्रामक रूप से निलंबित दर्शाकर उनके स्थान पर अवैधानिक रूप से अन्य कार्मिक ट्रस्टी को नामित किए जाने का आदेश जारी किया गया है। यह खाता धारकों के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 मे ट्रस्ट के गठन के पश्चात से अक्टूबर 2020 तक नियमो के इतर असंवैधानिक रूप ट्रस्ट का संचालन किए जाने के कारण ट्रस्ट में बड़े पैमाने पर अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की घटनाएं घटित हुई जिस प्रकरण में सीबीआई द्वारा जांच की कार्यवाही के साथ ही माननीय उच्चतम न्यायालय में वाद की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है l
इसी मध्य नवम्बर-2020 में ट्रस्ट के निर्वाचन की कार्यवाही सम्पन्न होकर वैधानिक रूप से ट्रस्ट का गठन हुआ l
इस प्रकार क्रमश: तीन कार्मिक ट्रस्टी इं जय प्रकाश, श्री चंद्रभूषण उपाध्याय एवं श्री कलीम कुरैशी निर्वाचित हुए l
उपरोक्त कार्मिक ट्रस्टीज एवं नियोक्ता ट्रस्टीज के संयुक्त रूप से बोर्ड का गठन हुआ l
उपरोक्त कार्मिक ट्रस्टी द्वारा जारी अपने दायित्वों का पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निर्वहन कर ट्रस्ट के कार्यो मे गुणात्मक सुधार एवं पारदर्शी व्यवस्था बनाय जाने का हर सम्भव प्रयास किए गएl
ट्रस्ट में पूर्व में हुई अनियमितताओ के उजागर हेतु विभिन्न प्रयास किए गए परन्तु अपेक्षाकृत परिणाम प्राप्त नही हुए कि इसी मध्य आज दिनांक 19-05-2023 को अध्यक्ष उप्र पावर कारर्पोरेशन लि अंशदायी भविष्य निधि ट्रस्ट द्वारा निर्वाचित कार्मिक ट्रस्टी इं जय प्रकाश एवं चन्द्रभूषण उपाध्याय को ट्रस्ट के नियमो के इतर ट्रस्टी पद से निलंबित दर्शाकर उनके स्थान पर अवैधानिक रूप से अन्य कार्मिक ट्रस्टी को नामित किए जाने का आदेश जारी किया गया l
उक्त प्रकार का आदेश विशुद्ध रूप से अवैधानिक है ,जो ट्रस्ट में पूर्व में हुए भारी पैमाने पर अनियमितता एवं अरबों रुपये के घोटालों की जांच पर पर्दा डालने की मंशा से किया जाना परिलक्षित होता है l*
कार्मिक ट्रस्टीज जय प्रकाश एवं चन्द्रभूषण द्वारा जारी संयुक्त बयान में ट्रस्ट के उक्त गतिविधियों पर गहरी चिन्ता एवं आपत्ति जाहिर किया गया l
उन्होंने यह भी कहा कि ट्रस्ट द्वारा उक्त प्रकार के अवैधानिक निर्णय से उप्र ऊर्जा निगमों में लगभग 35000 सी•पी•एफ• खाताधारकों/कार्मिकों के जनादेश के साथ छलावा एवं लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या हुई हैl इससे सीपीएफ खाताधारकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ एवं उनके संचित निधि की असुरक्षा होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है l
उन्होंने बताया कि उपरोक्त अत्यंत गंभीर प्रकरण में जारी अवैधानिक आदेश को तत्काल निरस्त कर ट्रस्ट में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा किए जाने हेतु *ट्रस्ट के चेयरमैन महोदय को तत्काल पत्र लिखकर मांग की गई कि उक्त अवैधानिक आदेश तत्काल निरस्त कर ट्रस्ट का संचालन नियमो के अनुकूल किए जाना सुनिश्चित किया जायेl।
उन्होंने यह भी कहा कि कार्मिक ट्रस्टी होने के नाते उप्र पावर सेक्टर में अंशदायी भविष्य निधि के लगभग 35000 सीपीएफ खाताधारको के भविष्य की सुरक्षा व चिन्ता करना हम सबका प्राथमिक दायित्व हैं* ऐसे में उक्त गंभीर प्रकरण में सीपीएफ खाताधारकों के हितों के लिए निर्वाचित कार्मिक ट्रस्टियों के द्वारा शीघ्र ही आवश्यक कड़े कदम उचित फोरम पर उठाए जाएंगे एवं आगे के कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी यथाशीघ्र उचित माध्यमों से अवगत कराया जाएगा l