विद्युत विभाग:री-वैम्पड योजना बनी कमाई का जरिया:लगे तारो को बदलने के साथ की जा रही अवैध तरीक़े से लाइन शिफ्टिंग:अभियन्ता की चिट्ठी से खुली पोल
वाराणासी 7 मार्च:””””””हाले पूर्वान्चल”””””””” अवैध लाइन शिफ्टिंग का काला कारोबार”””””””’ पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में पिछले कुछ वर्षों में LT/HT लाइनों को अवैध तरीक़े से शिफ्ट करने के दर्जनों मामलों के पकड़े जाने के औऱ कई मामलों में कार्यवाही होने के बाद अब लाइन शिफ्ट करने का नया तरीका निकाल लिया गया।
उल्लेखनीय हैं कि वाराणासी क्षेत में ग्रामीण क्षेत्रो में हो रही प्लाटिंग में अनेको प्लाटिंग में पड़ रही पूर्व बनी 11 हजार लाइन को अवैघ तरीके से शिफ्टिंग के कारोबार का खुलासा उपभोक्ता की आवाज़ के द्वारा किये जाने औऱ प्रमाणिकता के साथ निगम प्रबंध को कई प्रकरण से अवगत कराया जाने पर तत्कालीन अधिकारियो ने कई मामलों में कड़ी कार्यवाहियां की तो कई मामलों में लीपा-पोती कर चहेतों को लाभांवित किया गया।
वर्तमान में एक बार फिर अवैध तरीक़े से लाइन शिफ्टिंग का खुलासा खुद विभागीय अधिकारी के पत्र से हो रहा है।
पूर्वान्चल निगम में खुली लाइनों को हटा कर बंच कंडक्टर ABC तार में बदले जाने की री-वैम्पड योजना लागू है।
योजना के तहत तार बदलने के लिए मेसर्स मोन्टीकार्लो के द्वारा गाजीपुर जनपद में कार्य कर रही है जिसमे मेसर्स के द्वारा तारो के बदलने के साथ अवैध तरीके से HT/LT लाइनों को शिफ्ट किया जा रहा है।
अवैध तरीके से लाइन शिफ्ट किये जाने से विभागीय अधिकारी ने कार्यदायी एजेंसी को चेतावनी पत्र जारी किया है।
मामले की पड़ताल के दौरान री-वैम्पड योजना के तहत हो रहे कार्यो में ग्रामीण क्षेत्रों में गाजीपुर समेत वाराणासी एव चंदौली में कई जगहों पर अवैध तरीके से लाइन शिफ्ट किये जाने के मामले सुनने में का रहे है।
अवैध लाइन शिफ्टिंग में एजेंसी के कर्मचारियों के साथ विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों की मिलीभगत काला कारोबार फलफूल रहा है।
पड़ताल जारी है…………….