विद्युत विभाग:सत्कार होटल एवं रेस्टोरेंट ने किया फिर किया चमत्कार:कौन है विभाग का विभीषण
वाराणासी 13 जुलाई:पिछले दिनों बिजली विभाग द्वारा बिजली चोरों के खिलाफ चलाये गए अभियान में कई तरीकों से बिजली चोरी करने के मामले पकड़े गये जिनके वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुऐ। आम उपभोक्ताओ के साथ कई बड़े बिजली चोर पकड़े गये।
पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में भी बिजली चोरी अभियान चला जिनमे के मामले पकड़े गये पर दिनांक-12.07.23 को एक ऐसा बड़ा बिजली चोर पकड़ा गया जिसपर बिजली चोर अभियान के समय अधिकारियों/कर्मियों की नज़र नही पड़ी या खुद अपनी आंख बंद कर ली।
बुधवार को प्रवर्तन दल वाराणासी की टीम को मुखबिर से सूचना मिली की डाफी क्षेत्र में स्थित सत्कार होटल एवं रेस्टोरेंट में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की जा रही है।
17 केवीए लोड औऱ 11 किलोवॉट की दो चोरी पकड़ी गई
प्रवर्तन दल ने मिली सूचना पर सत्कार होटल एवं रेस्टोरेंट को चेक किया तो पाया कि LMV-1 के घरेलू विद्युत संयोजन से 11 किलोवॉट में कमर्शियल विधा में चोरी की जा रही थी साथ ही उपभोक्ता द्वारा न्यूट्रल डिस्टरबेंस के द्वारा मीटर से छेड़छाड़ कर 17 केवीए लोड की बिजली चोरी की जा रही थी।
प्रवर्तन दल ने उपभोक्ता श्रीमती चंद्रावती सिंह के विरुद्ध साक्ष्यों के आधार पर वैधानिक कार्यवाही प्रचलित की।
सत्कार की दाल फ्राई खाने के चक्कर मे अभियन्ता समेत कई हुऐ थे निलंबित
उल्लेखनीय है कि एक साल पहले भी सत्कार होटल एवं रेस्टोरेंट में 61 किलोवॉट की चोरी पकड़ी गई थी जिसमे 1 करोड़ का जुर्माना किया गया था, बाद में नगरीय वितरण खण्ड-चतुर्थ के अधिशासी अभियंता ने जुर्माना 42 लाख कर दिया था उसमें बाद दूसरे अभियन्ता ने जुर्माना 32 लाख कर दिया था, बंदरबांट की ख़बर तत्कालीन प्रबंध निदेशक के संज्ञान में आने के बाद मामले में अधिषासी अभियन्ता समेत 6 लोगों को निलंबित किया था।
पूर्वान्चल में दोबारा इतनी बड़ी चोरी करने का मामला प्रकाश में आते ही विभाग में चर्चाओं का बाज़ार गर्म है आखिर दोबारा चोरी करने की हिम्मत कैसे हुई, कब से हो रही थी? विभाग की मिलीभगत के बग़ैर इतनी बड़ी चोरी भला कैसे हो सकती है जबकी ऊर्जा प्रबंधन हमेशा बड़े उपभोक्ताओ के निरीक्षण के आदेश जारी करता रहता है, चोरी के अभियान के समय क्या हुआ था।
खैर ये जांच का विषय है कि किन-किन लोगों ने डाल-फ्राई के चक्कर मे आंखे बंद कर रखी थी।