विद्युत विभाग: बेपटरी विद्युत व्यवस्था का ठीकरा फूटना शुरू: बदलते मौसम के साथ ऊर्जा प्रबंधन ने बदला रुख:अभियंताओ पर कार्यवाही चालू
वाराणसी/लखनऊ 20 जून: प्रदेश में पिछले कई दिनों से चरमराई बिजली व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बिजलिकर्मियो ने सीमित संसाधनों के बावजूद दिन-रात एक दिया मुख्य अभियंता से लेकर लाइनमैन औऱ संविदा कर्मियों ने भीषण गर्मी में क्षेत्रो में बिजली व्यवस्था सुचारू करने में लगे रहे। वही दूसरी औऱ ऊर्जा प्रबंधन वातानुकूलित कमरों से वीडियोकॉन फ्रेंसिंग के माध्यम से बिजलिकर्मियो को दिशा-निर्देश औऱ चेतावनी देने में लगे रहे। शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन औऱ अभियंताओं के बीच की रार दिन पर दिन बढ़ती रही इस बीच बिजली कटौती औऱ निर्बाध विद्युत की आपूर्ति की हवा निकलने से प्रदेश में खास तौर पर मध्यांचल औऱ पूर्वान्चल डिस्कॉम में मचे हाहाकार से मुख्यमंत्री की नाराज़गी के बाद जागे ऊर्जा प्रबंधन ने अपनी नाकामियो को छुपाते हुए तत्काल सभी जोनों को 1-1 करोड़ रुपया आवंटित कर वाहवाही लूटी ऊर्जामंत्री औऱ चेयरमैन के द्वारा आननफानन में बैठकें की औऱ 27 जिलों में नोडल ऑफिसर तैनात कर दिये पहली बार वातानुकूलित कमरों से निकल कर जिलों के दौरे पर निकले।
मौसम बदलते ही बदला ऊर्जा प्रबंधन, अभियंताओ पर की कार्यवाही
पिछले 10-15 दिनों से बिजलिकर्मियो और चैयरमैन की रार शांत रही इस बीच बिजलिकर्मियो के द्वारा भीषण गर्मी में डामाडोल हुए बिजली व्यवस्था को सुचारू करने में लगे थे,संविदा कर्मी लाइनो पर अपनी जान गंवाने के साथ बिजली कर्मी जगह-जगह उपभोक्ताओ के कोपभाजन का शिकार होते रहे। परंतु जैसे ही मौसम ने करवट बदली औऱ बिजली की मांग अपने स्तर पर आई,ऊर्जा प्रबंधन ने भी अपनी चाल बदल ली औऱ बिजलिकर्मियो पर कार्यवाही शुरू कर दी।
चेयरमैन के द्वारा लापरवाही के आरोप में मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता को चार्ज-शीट सौंपी गई
लखनऊ 20 जून 2023। कार्यों एवम दायित्व के निर्वहन में लापरवाही के आरोप में गोंडा के मुख्य अभियंता दीपक अग्रवाल, बलरामपुर के अधीक्षण अभियंता चौधरी सुरेश कुमार तथा तुलसीपुर के अधिशासी अभियंता प्रेमचंद के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए उनको चार्जशीट सौंपी गई है।
चेयरमैन के द्वारा बताया गया है कि इन अधिकारियों ने अपने दायित्व एवम कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरती है जिसके कारण इनके क्षेत्रों में राजस्व वसूली, लाइन हानियां कम करने, विद्युत आपूर्ति को सुधारने, विद्युत बाधाओं को कम से कम समय में ठीक करने, ट्रिपिंग रोकने तथा बिजनेस प्लान के कार्य संतोषजनक नहीं हुए हैं। जिसके कारण से इन अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की गई है।
सूत्र बात रहे हैं कि लगभग 150-200 अभियंताओ पर कार्यवाही की तैयारी चल रही है।