ताज़ातरीन

विद्युत विभाग: 23 करोड़ रुपये के घपले के आरोपी बने विभाग में निदेशक:बोतल से निकला भ्रष्टाचार का जिन्न: मची खलबली:जाने पूरा मामला

वाराणसी 27 दिसंबर:””””””कलंक कथा””””””””पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में निकला भ्रष्टाचार का दबा जिन्न।

पूर्व चेयरमैन एम०देवराज के कार्यकाल मेंघोटालेबाज बने विभाग के निदेशक

पूर्वान्चल निगम में 21 जनपदों में प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य) की लगभग 23 करोड़ रुपये की समाग्रियों में घालमेल किया गया है।

2017 में लागू की गई थी योजना, बड़े पैमाने पर हुए थे काम

योजना समाप्त होने के छह वर्ष बीत जाने के बाद भी भंडार केंद्रों से की गई सामग्री का स्टोर में पता नहीं है। क्लोजर के समय पूर्वान्चल प्रबंधन के नजर में इतना बड़ा मामला सामने आया है। इसमें पूर्वांचल में 21 जिलों में तैनात सौभाग्य योजना से जुड़े बिजली अधिकारी कटघरे में आ गए हैं। सूत्रों ने बताया कि सामाग्रियों का बंटरबांट कर लिया गया है।
पूर्वांचल वद्यिुत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक कार्यालय से उपकरण का हिसाब देने के लिए पूर्वांचल के सभी अधीक्षण अभियंता (वितरण) और योजना के सीईओ को पत्र लिखा है। साथ ही नाराजगी जाहिर करते हुए शेष समाग्री के मूल्य के बराबर वसूली करने की चेतावनी दी है।
मुख्य अभियंता (नियोजन) चंद्रजीत कुमार ने बताया कि सौभाग्य योजना की शेष समाग्री का वितरण उपलब्ध कराने के लिए पत्र जारी किया गया है। उपकरण उपलब्ध नहीं होने पर अधिकारियों से वसूली होगी।

घोटाले बाजो को मिला निदेशक पद:जांच का किया डिब्बा बंद

उल्लेखनीय है कि गत वर्ष पूर्वान्चल निगम में मुख्य अभियंता, सौभाग्य ऐ०के०श्रीवास्तव पर इस मामले में जांच बैठी थी पर कुम्भ घोटाले की तरह इस जांच को भी डिब्बा बंद कर दिया गया औऱ पूर्व चेयरमैन की भ्रष्टाचार पर कृपा के दृष्टिगत कुम्भ घोटाले के आरोपी राजेन्द्र प्रसाद के साथ सौभाग्य घोटाले के आरोपी ऐ०क़े० श्रीवास्तव को विभाग में निदेशक के पद पर चयनित कर मध्यांचल निगम में तैनात किया गया और राजेंद्र प्रसाद को पूर्वान्चल निगम में वही एक मुख्य अभियंता आर०आर०सिंह सेवानिवृत्त हो चुके है।

पूर्वान्चल निगम ने गायब सामग्रियों को पता लगाने के जारी हुआ 64 वा पत्र:सामाग्री उपलब्ध नहीं कराने पर रिकवरी की जाएगी

पूर्वान्चल निगम में मामले में लीपापोती करते हुए फरवरी-2023 के बाद से सिर्फ पत्रों के जारी करने का क्रम चलता रहा। फरवरी से अब तक 63 पत्र जारी किये जा चुके है पर सामग्रियों का आज तक पता नही चला। पूर्वान्चल प्रबंधन ने 64 वा पत्र जारी करते हुऐ सामाग्री उपलब्ध नहीं कराने पर रिकवरी किये जाने की चेतावनी दी।
सौभाग्य घोटाले के जिन्न के बाहर आते ही एक बार फिर सामग्रियों का पता लगाने के लिए पत्र जारी किया गया।

विभिन जिलों में गायब सामग्रिया

जिला सर्विस केबल मीटर
वाराणसी 252080 8002
चंदौली 915511 14441
जौनपुर 50159 3683
आजमगढ़ 10045 5691
बलिया 161323 202463
भदोही 38331 2546
(मीटर में)

सिंगल फेस के लाखो मीटर का पता नहीं

सौभाग्य योजना के तहत स्टोर से जारी किया गए 2 लाख 47 हजार 657 मीटर का पता नहीं है। लगभग 53 सौ 65 किलोमीटर केबल का भी रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। इसके अलावा जी पाइप 6 हजार 855 और 70 हजार 156 बीपीएल किट भी नहीं जमा कराया गया है। उक्त सभी उपकरण की कीमत लगभग 23 करोड़ 79 लाख रुपये है।

पूर्वांचल में योजना में हुआ खेल

सौभाग्य योजना के नाम पर पूर्वांचल में खेल किया गया है। कई उपभोक्ताओं के घर तीर खींचकर मीटर नहीं लगाए गए। कई उपभोक्ता के घर कनेक्शन नहीं लगा और बिजली का बिल आने लगा। इस तरह की कई शिकायतें सामने आई। वर्तमान में कई इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।
प्रबंधन का दावा है कि योजना के तहत हर उपभोक्ता के घर मीटर लग गए हैं। उनके बिल भी सही आ रहे हैं।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *