विद्युत विभाग:IPDS के भ्रष्टाचार ने ली नंन्हे नंदी की जान
वाराणासी 3अगस्त:पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणासी को स्मार्ट सिटी बनाने में केंद्रीय योजना IPDS के तहत शहर में फैले खंभों पर बिजली तारो को अंडरग्राउंड करने में लगभग 450 करोड़ खर्च किये गये। जिनमे उपभोक्ता की आवाज के द्वारा दूसरे चरण में हुए 25-30 करोड़ के घोटाले की ख़बर को प्रमुखता से उठाया, जिसपर पूर्व चेयरमैन के निर्देश पर पूर्वान्चल प्रबंध ने वाराणासी के मुख्य अभियंता को जाँच सौपी, परन्तु जाँच पूर्ण कर जाँच रिपोर्ट सौंपने से पहले ही भ्रस्टाचारियों के आकाओ ने मुख्य अभियन्ता को ही हटा दिया।
जमीन के बाहर निकला भ्रस्टाचार:लेली नन्हे नंदी की जान
उसी भ्रस्टाचार का नमूना आज वाराणासी में देखने को मिला। सामनेघाट क्षेत्र में IPDS योजना के तहत हुए कार्य के बाद बने केबल बॉक्स में कुछ दिनों पहले आग लग गई थी उसकी मरम्मत के बाद विद्युत प्रवाहित केबल को खुले में छोड़ दिया गया। आज केबल बॉक्स के पास पड़े कूड़े के ढेर में गाय के बछड़े की केबल से बिजली लगने से मौत हो गई, जिसको विद्युत विभाग में पशु विद्युत दुर्घटना कहा जाता है।
देखना होगा की इस नन्हे नंदी की जान के लिए विभाग किसको दोषी मानता है।
उपभोक्ता की आवाज़ के द्वारा वाराणासी में IPDS योजना के तहत हुए अंडरग्राउंड केबलिंग के साथ अन्य कार्यो में किये गए भ्रष्टाचार/घोटाले की विशेष सम्प्रेक्षा कराये जाने की शासन/प्रशासन से मांग की गईं है।