विधुत विभाग:प्रधान मंत्री के संसदीय क्षेत्र में,मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार पर ज़ीरो टॉलरेंस नीति की उड़ाती धज्जियां।पूर्वांचल में अवैध लाइन सिफ्टिंग का पनपता कारोबार,रानीपुर में 33 हजार की लाइन सिफ्टिंग का ताजा मामला
वाराणसी 24सितम्बर:प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पूर्वांचल विधुत वितरण निगम में इन दिनों अवैध तरीके से लाइन सिप्टिग और अवैध लाइन बनाने का कारोबार जोर पकड़ता नजर आ रहा है क्षेत्रीय विभागीय अधिकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि लगातार फर्जी और अवैध लाइन सिफ्टिंग के लगातार खुलासे हो रहे है,भ्रष्ट अधिकारी बिल्डरों एवं ट्यूबल कनेक्सनों पर अवैध लाइन निर्माण और लाइन सिप्टिंग कर विभाग को लाखो करोड़ो का चूना लगाने मे सफल होते नजर आ रहे हैं।
वाराणसी में पनप रहा है अवैध लाइन सिफ्टिंग का कारोबार
बीते एक माह में विधुत वितरण खंड द्वितीय बरईपुर में 11 हजार लाइन के तीन अवैधस सिफ्टिंग के मामले और एक PTW की अवैध 11 हजार लाइन निर्माण के लगातार खुलासे हुवे पर बेख़ौफ़ हौसला बुलंद भ्रष्टाचारी अधिकारियो में प्रबंधन का कोई खौफ़ नजर नही आ रहा। आज नगरीय विधुत वितरण खंड सप्तम के रानीपुर इलाके में हजारों बिजली उपभोक्ताओ की विधुत आपूर्ती बंद कर 33 हजार की लाइन को अवैध रूप से शिफ्ट करने का काम किया जा रहा था।
मकान मालिक को फायदा पहुंचाने के लिए लाइन मैंटेनेंस दिखा कर लिया सट डाउन
अधिषासी अभियन्ता द्वारा बताया गया है कि रानीपुर में एक मकान बन रहा था,जिसके निर्माण में 33 हजार लाइन बाधा बन रही थी,के कारण मकान मालिक के द्वारा 33 हजार लाइन को मकान के ऊपर से हटाने का प्रार्थना पत्र दिया था। इस लिए सिफ्टिंग का काम हो रहा था।
वितरण खंड-बरईपुर की तरह बटने लगी मलाई,नही पहुची रिपोर्ट
मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर होने के बाद विभाग में मचे हड़कम पर मौके पर पहुंचे अधिकारियो ने काम रुकवाकर उपभोक्ताओं की बन्द लाइन चालू करवाई पर अवैध सिफ्टिंग के कारोबार में लिप्त संगठित गिरोह के दबाव में देर रात तक विभाग के आला अधिकारियों के पास खंड के अधिशासी अभियंता द्वारा कोई रिपोर्ट नही भेजी जा सकी हैं पर सूत्र बताते हैं कि मामले की लीपापोती करने की बोली लगने का दौर जारी है।