चुनाव आयोग ने बदली नेताओं के खर्च की सूची
लखनऊ8फरवरी: यूपी में हो रहे विधानसभा चुनाव 2022 में कई ऐसे नए प्रयोग किए गए हैं, ऐसे में चुनाव आयोग का एक और आदेश आ गया है। दरअसल प्रत्याशियों के चुनावी खर्च की लिस्ट में पहली बार रोटी, दाल, चावल, सब्जी से सजे भोजन थाल को भी शामिल किया गया है।
बता दें कि पहले के चुनावों में अब तक सिर्फ पूड़ी-सब्जी एक मिठाई व चाय-समोसा ही चुनावी खाना माना जाता था।इसी को चुनावी खर्च में जोड़ा जाता था।मगर आयोग ने इस बार नेताओं के समर्थकों की थाली की कई चीजों को खर्च की सूची में स्थान दे दिया है। आयोग के मुताबिक भोजन थाल में चार तवा रोटी, एक दाल, एक सूखी सब्जी, पनीर सब्जी, रायता, चावल, सलाद व एक मिठाई को रखा गया है।इसकी दर 225 रुपए तय की गई है।दरअसल कोरोना महामारी के साये में हो रहे विधानसभा चुनाव में नेताओं के साथ दिन-रात जुटने वाले कार्यकर्ताओं के खान-पान में परिवर्तन आया है। अब केवल पूड़ी-सब्जी खाकर प्रचार नहीं हो रहा है। चुनावी दफ्तरों में कार्यकर्ताओं के लिए दाल, रोटी, सब्जी, चावल का इंतजाम भी किया जाता है. भोजन थाल के ऑर्डर दिए जाते हैं। इसे देख चुनावी खर्च का हिसाब-किताब रखने वाली टीम ने पहली बार यूपी की राजधानी लखनऊ की 9 विधानसभा सीट पर भोजन थाल को भी चुनावी खर्च में जोड़ा है।अभी तक चुनावी खर्च की लिस्ट में खाने के नाम पर केवल पूड़ी-सब्जी व चाय-समोसा ही शामिल किया जाता था। एक मिठाई के साथ चार पूड़ी-सब्जी की दर 37 रुपए तय की गई है। साल 2017 के चुनाव से पांच रुपए अधिक है जबकि चाय व समोसा की दरें छह-छह रुपए प्रति पीस रखी गई हैं. चुनावी खर्च का रेट चार्ट जारी होने के बाद राजनीतिक दलों की ओर से खाने में रोटी, दाल, चावल के भोजन थाल का अनुरोध किया गया था।