विद्युत विभाग: स्मार्ट सिटी का पावर हाउस देख प्रसन्न हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री:दर्जनों ध्वस्त अंडरग्राउंड केबल से बेख़बर
वाराणासी 25 नवंबर: केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर०के० सिंह द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, वाराणासी की समीक्षा बैठक में वाराणासी के खुले बिजली के तारो के जंजाल को खत्म करने के निर्देश एवं IPDS कार्यो की समीक्षा करने के दूसरे दिन शुक्रवार को काशीविश्वनाथ के दर्शन कर स्मार्ट सिटी के 33/11 चौक,पावर हाउस पहुँचे। GIS base system पर बने पावर हाउस को देख कर ऊर्जा मंत्री पावर हाउस के ऑपरेटिंग सिस्टम से संतुष्ट नज़र आये।
आम पावर हाउस से अलग GIS Base system पर बने पावर हाउस को देख ऊर्जा मंत्री प्रसन्न मुद्रा में दिखे औऱ system की जानकारी ली।
पूर्वांचल निगम के प्रबंध निदेशक शम्भू कुमार आईएएस एवं अधीनस्थों द्वारा ऊर्जा मंत्री के सवालों का सकारात्मक जवाब दे कर ऊर्जा मंत्री को ख़ुशी-ख़ुशी सर्किट हाउस के लिए रवाना किया।
IPDS की अंडरग्राउंड केबलिंग की दुर्दशा से बेख़बर
वही पर स्मार्ट सिटी क्षेत्र के IPDS योजना के दर्जनों 11 हजार अंडरग्राउंड केबल की लाइन ध्वस्त है औऱ ज़मीदोज़ हो चुकी है पूर्वांचग प्रबंधन जुगाड़ तंत्र से स्मार्ट सिटी की बिजली व्यवस्था संभाले है किसी दिन भी पोल-पट्टी खुल सकती है
क्या है GIS BASE SYSTEM
भौगोलिक सूचना तंत्र या *भौगोलिक सूचना प्रणाली अथवा संक्षेप में जी॰आई॰एस॰, (Geographic information system (GIS))* कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को भौगोलिक सूचना के साथ एकीकृत कर इनके लिए आंकड़े एकत्रण, प्रबंधन, विश्लेषण, संरक्षण और निरूपण की व्यवस्था करता है। GIS सिस्टम से खंभे से जुड़े कनेक्शन की संख्या और वास्तविक लोड की जानकारी हासिल हो सकती है।ऐसी स्थिति में कंट्रोल से ही बिजली चोरी या फाल्ट की स्थिति की मॉनीटरिंग की जा सकेगी।जीआईएस से जोड़ा जाएगा। इस सिस्टम के अनुसार हर खंभे पर एक ऐसा उपकरण लगाया जाएगा। हर खंभे पर उसका कोड, सब स्टेशन कोड व इस पर कनेक्शन की जानकारी अंकित होगी। इसके आधार पर कंट्रोल से बैठकर मॉनीटरिंग हो सकेगी।इससे उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी। विद्युत कर्मचारियों के लिए भी यह सिस्टम बेहतर साबित होगा।