विद्युत विभाग: :हड़ताल के दौरान निकाले गए संविदा कर्मचारियो का मामला:हाईकोर्ट ने UPPCL से माँगा जवाब,लगाई फटकार:बिना जाँच कर्मचारी का निष्कासन अवैध
वाराणसी 12 मई: बिजली विभाग की हड़ताल में केस्को के 256 संविदा कार्मिको को केस्को एमडी सैमुएल पी द्वारा निष्कासित किया गया था जिसमें 81 संविदा कर्मचारी के गलत निष्कासन का दावा संविदा कर्मचारी संगठन केस्को कानपुर के महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने किया था
केस्को एमडी द्वारा कराई गई जाँच में भी यह बात स्पष्ट हो गई थी कि 81 संविदा कार्मिको ने हड़ताल के दौरान कार्य किया था लेकिन उनकी बहाली को लेकर केस्को प्रबंधन द्वारा टालामटोली की जा रही थी यह बात संगठन के वकील अमन आर्या ने संगठन की ओर से हाईकोर्ट इलहाबाद के समक्ष दस्तावेज सहित रखी।
मामले में संविदा कर्मचारी संगठन केस्को कानपुर की ओर से रिट याचिका 81 केस्को संविदा कर्मचारियों की ओर से हाईकोर्ट इलहाबाद में दाखिल की गई थी जिसपर आज सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट इलहाबाद की न्यायमूर्ति सुनीता अग्रवाल ने प्रबंध निदेशक के वकील ए०के० मलहोत्रा से पूछा कि हड़ताल के दौरान कार्य कर रहे कर्मचारियों को क्यों निकाला गया
इस पर यूपीपीएससी प्रबंध के वकील ने जवाब दाखिल करने के लिए समय की मांग की जिसपर हाईकोर्ट इलहाबाद ने 19 मई तक समस्त अभिलेखों के साथ जवाब दाखिल करने के आदेश जारी किए