विद्युत विभाग:पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम की तानाशाही,खाता न वही अधिषासी अभियन्ता की चढ़ी बली,तानाशाही/मनमानी जारी,वैध पर अवैध भारी
वाराणसी 28 जनवरी:UPPCL में कर्मचारियो/अधिकारियो के लिए अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए यू तो शासन की अनुरूपता में नियमावली बनी है पर मेमोरेंडम ऑफ़ आर्टिकल के विपरीत अवैध रूप से नियुक्त कारपोरेशन मुखिया औऱ निगमो के बड़के बाबू(प्रबंध निदेशकों) द्वारा स्वम की नीति के तहत कर्मचारियों/अधिकारियो के विरुद्ध निलंबन/बर्खास्तगी की कार्यवाही की जा रही है पिछले कुछ सालो में देखा गया है कि UPPCL चेयरमैन द्वारा एकतरफा फ़रमान जारी कर कई अधिकारियो को निलंबित करने की कार्यवाही की गई औऱ कराई गई जिसका संघर्ष समिति के द्वारा विरोध भी किया गया औऱ चेयरमैन की मनमानी/तानाशाही पर आंदोलन भी हुआ पर अवैध तरीके से नियुक्त बड़के बाबू औऱ उनकी अवैध फौज की मनमानी औऱ तानाशाही रुकने का नाम नही ले रही है। इसी क्रम में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में अवैध तरीके से नियुक्त बड़के बाबू ने वैध तरीके से नियुक्त अभियन्ता को किया निलंबित।
खाता न वही जो संभू करे वो सही,दूर दृष्टि से प्रथम दृष्टया पाया दोषी
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में मेमोरेंडम ऑफ आर्टिकल के विपरीत अवैध तरीके से नियुक्त प्रबंध निदेशक द्वारा अधिषासी अभियन्ता मनोज कुमार गौड़ को एक महिला सहायक अभियंता के मानशिक उत्पीड़न के आरोप में प्रथम दृष्टया दोषी करार कर एकतरफा कार्यवाही कर निलंबित किया। विद्युत वितरण बस्ती जोन के सहायक अभियंता के द्वारा 25 जनवरी को अपने अधिषासी अभियन्ता के विरुद्ध शिकायत की औऱ अवैध तरीके से नियुक्त बड़के बाबू ने बिना कोई सो कॉज़ नोटिस के औऱ बिना जांच किये 27 जनवरी को सुबह ही वैध तरीके से नियुक्त अधिषासी अभियन्ता के निलंबन का फ़रमान जारी कर दिया।ज्ञात रहे 26 जनवरी को देश 74 वा. गणतंत्र दिवस मना रहा था।
चेयरमैन के फ़रमान के बाद अभियन्ता को किया गया निलंबित
सूत्र बताते है कि अवैध तरीके से नियुक्त UPPCL के चेयरमैन ने अपने अवैध तरीके से नियुक्त बड़के बाबू को अधिषासी अभियन्ता को तत्काल निलंबित करने आदेश दिया,जिसके बाद बड़के बाबू द्वारा अभियन्ता को निलंबित कर दिया।
बस्ती जोन के शूत्रो के मुताबिक शिकायतकर्ता सहायक अभियंता का राजनीतिक पहुँच होने के कारण एक दिन में ही अभियन्ता को निलंबित किया गया है।