विद्युत विभाग:शंभू राज में संभव: भ्रष्ट JE औऱ SDO पर रहमोकरम,विभाग को लगाया लाखो का चूना, घूमते ताने सीना
वाराणसी 19 अप्रैल: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक कार्यालय की नाक के नीचे हो रहे भ्रष्टाचार की गूंज वाराणसी के हर कार्यालय में चर्चा का विषय बना हुआ है।
चहेते SDO को बचाने के लिए भ्रष्टाचारी मंडल मुखिया ने नए मुख्य अभियंता की पैकरमा लगाते हुए देखे जा रहे है
2-2 चार्ज की परिपाटी में माहिर एक रूप दो स्वरूप ग्रामीण अधीक्षण अभियंता ने चहेते SDO को भी बनाया एक रूप दो स्वरूप
भ्रष्ट JE औऱ SDO को दो-दो जाँच में दोषी पाए गए पर कार्यवाही न कर भ्रष्टाचारियो को अभय दान दिया जा रहा है
सारा मामला तिकड़मबाजी में डाल सिर्फ एक SDO को बचाने में सारा तंत्र लगा है बताते चले SDO सतीश कुमार सिंह को भी 2-2 चार्ज दिया गया है।
विभाग को लाखों की क्षति पहुचाने औऱ विभागीय नियमो को दरकिनार करने के आरोप में जाँच समिति ने दोषी करार दिया
अधीक्षण अभियंता के चहेते JE नागेन्द्र सरोज औऱ सतीश कुमार सिंह,SDO रोहनिया के काले साम्राज्य की त्रिस्तरीय जांच समिति ने अपनी जांच आख्या में पोल खोली है।
आशीष कुमार,अधिषासी अभियन्ता ने दिनांक-04.03.2023 को 3 सदस्यों की जाँच समिति बनाई थी। जाँच समिति ने दोषी JE औऱ SDO के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की संस्तुति करते हुऐ अपनी आख्या अधिक्षण अभियन्ता को सौप दी है। अधीक्षण अभियंता ने अपने चहेते SDO को बचाने के लिए दूसरी जांच करवाई औऱ JE को लपेटकर SDO को बचाते हुए जांच आख्या बनवाई।
वैसे पैसा बोलता है सभी को तौलता है
शंभू के राज में क़ायम भ्रष्टाचार का राज़,देते जा रहे अतिरिक्त चार्ज
बताते चले कि मुख्य अभियंता,वाराणसी के चहेतों में गिने जाने वाले अधिकारियों की लिस्ट में नंबर वन पायदान पर कायम रहने वाले ग्रामीण मंडल के अधीक्षण अभियंता के मंडल के कमंडल में पिछले वर्षों से बड़े पैमाने पर लगातार भ्रष्टाचार के मामलों का खुलासे हो रहे है चाहे वो 11 हजार लाइन/33 हजार लाइन की अवैध शिफ्टिंग हो, चाहे झटपट पोर्टल के माध्यम से उपभोक्ताओं से अवैध वसूली हो रही है। उसके बावजूद बड़के बाबू की नाक के नीचे विद्युत कार्य मंडल,वाराणसी का अतिरिक्त चार्ज पाने में कामयाबी हासिल की। MD साहेब भी 1 माह बाद भी स्थाई नियुक्ति नही कर पाए।
पर पैसा बोलता है सभी को तौलता है
भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है