विद्युत विभाग पूर्वांचल:विद्युत कर्मियों ने कार्य बहिष्कार के चौथे दिन भारी भीड़ के बीच विरोध प्रदर्शन,जयचंदों को महिलाओ ने ब्रिगेड चूड़ियां भेंट किया ,प्रबंधन ने 3 अभियंताओं को किया निलंबित
वाराणसी 2 दिसंबर:विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आह्वान पर हो रहे आंदोलन में प्रबंधन ने 67 अभियंताओ पर कार्यवाही की साथ महराजगंज के 2 सहायक अभियंताओ श्री उपेंद्र नाथ चौरसिया औऱ श्री आलोक रंजन गुप्ता के साथ 1 अधिषासी अभियन्ता श्री विपिन कुमार को निलंबित कर दिया।
दूसरी तरफ आज पूर्वांचल की संघर्ष समिति ने डिस्कॉम कार्यालय में जा कर अधिकारियो औऱ कर्मचारियों को विरोध सभा में आने का अनुरोध किया जिसपर सारी अधिकारी कर्मचारी विरोध सभा पहुँच कर प्रबंधन के विरुद्ध खड़े नजर आए। संघर्ष समिति के डिस्कॉम में घुसने पर प्रबंधन द्वारा स्थानीय पुलिस प्रशासन को बुलाकर आंदोलन पर दबाव बनाने की चेष्टा की परन्तु आंदोलनकारियों का इस का कोई फर्क नही हुआ। आंदोलन के दौरान कई थानों की फोर्स मौजूद रही।
संघर्ष समिति की 15 सूत्री मांगों को लेकर अभियंताओं एवं अवर अभियंताओं और कर्मचारियों के द्वारा कार्य बहिष्कार पूरे प्रदेश में शुक्रवार 2 दिसंबर को चौथे दिन भी जारी रहा जो कल भी जारी रहेगा। जिसके कारण वाराणसी जिले के कई क्षेत्रों में विद्युत लाइनों एवं उप केंद्रों में आई खराबी दूर नहीं की जा सकी। जिसके कारण विद्युत आपूर्ति बाधित रही। वाराणसी जिले के सभी अवर अभियंताओं अभियंताओं एवं कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर सभा की।
संघ समिति का ऐलान दमनकारी नीति से आग में घी डालने का काम कर रहा प्रबंधन,कभी भी जा सकते है पूर्ण हड़ताल पर
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने प्रबंधन की दमनकारी नीति का कड़ा विरोध करते हुए अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार जारी रखने की घोषणा की। वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन की दमनकारी एवं उत्पीड़नात्मक कार्यवाही ने आग में घी डालने का कार्य किया है ,जिसके कारण कभी भी अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की जा सकती है। हड़ताल की घोषणा होते ही उपकेंद्रों एवं पावर हाउसो में शिफ्ट में कार्य कर रहे अभियंता अवर अभियंता एवं कर्मचारी भी कार्य बहिष्कार छोड़कर हड़ताल में शामिल हो जाएंगे जिसके गंभीर परिणाम होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।
वक्ताओं ने सभी अभियंताओं अवर अभियंताओं एवं कर्मचारियों से अपील किया कि वे मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा की भांति अपने विद्युत उपकेंद्र एवं लाइनों की सतत निगरानी करते रहें। क्योंकि आंदोलन को बदनाम करने हेतु क्षेत्रों में घूम-घूम कर बाहरी मिस्त्रियो द्वारा अनाधिकृत रूप से किए जा रहे कार्य एवं लाइनों से छेड़छाड़ से गंभीर विद्युत व्यवधान आ सकता है, जिसे हमें रोकना होगा।
वक्ताओं ने सभी से ध्यान रखते हुए गांधीवादी तरीके से शांतिपूर्ण ढंग से अपने आंदोलन को बिना भय के जारी रखने की अपील की। क्योंकि हमेशा सत्य की विजय होती है और जब भी सरकार शासन प्रबंधन से समझौता वार्ता होगा तो सबसे पहले आंदोलन के दौरान किए गए उत्पीड़नात्मक कार्रवाई को तत्काल वापस लेने की मांग की जाएगी और इतिहास गवाह रहा है कि जब भी समझौता वार्ता हुआ है उसमें सभी दंडात्मक की गई कार्रवाई वापस ले ली गई है।
वक्ताओं ने आगे कहा कि वर्ष 2000 के हड़ताल के दौरान महिलाओं ने मोर्चा संभाला था और इस बार भी महिला ब्रिगेड मोर्चा संभालेगी एवं जयचंदों को चूड़ियां भेंट करेगी।
सभा की अध्यक्षता ई0अरुण यादव एवं संचालन मदनलाल श्रीवास्तव ने किया।
विरोध सभा को सर्वश्री ई0 अमित त्रिपाठी,मायाशंकर तिवारी,ई0संजय भारती,विजय सिंह,ई0 जितेंद्र सिंह, मनीष श्रीवास्तव, रमाशंकर पल,रामकुमार झा,मोनिका केशरी,राजेशसिंह,वीरेंद्रसिंह,जिउतलाल,रजनी पाठक,रविन्द्र वर्मा, ई0 सुनील कुमार,संतोष वर्मा,अंकुर पाण्डेय,आदि पदाधिकारियो ने संबोधित किया।