विद्युत विभाग:मंत्रियो का फोन नही उठाते बड़के बाबू,ऊर्जामंत्री मुख्यमंत्री के निर्देश हवा-हवाई:केंद्रीय मंत्री ने दर्द किया बयां:क्या होगा जनता का हाल
वाराणासी 24 जुलाई: ।।।की कथनी-करनी में फर्क।।।
।।।केंद्रिय मंत्री परेशान तो जनता का क्या होगा हाल??।।।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के शीर्ष अधिकारियो की मनमानियों औऱ गलत नीतियों का पिछले कई वर्षों से संघर्ष समिति द्वारा खुले मंचो से विरोध किया जाता रहा है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों औऱ उपभोक्ताओ के भी द्वारा जिनकी शिकायत की जाती रही जब बात सरकार के कानों तक पहुँची तो सरकार के मुखिया औऱ विभाग के ऊर्जामंत्री ने बैठकों औऱ समीक्षा के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि विधायकों, मंत्रियो, जनप्रतिनिधियों के साथ उपभोक्ताओ के फोन उठाये औऱ शिकायतों का समाधान करें। परन्तु विभाग के शीर्ष पदों पर अवैध रूप से नियुक्त बड़के बाबुओं के कान में जू तक नही रेंगी सिर्फ सरकार के निर्देशों को वीडियोकान फ्रेंसिंग औऱ पत्राचार कर नीचे के बिजलिकर्मियो को पास कर, निर्देश का पालन न करने वाले बिजलिकर्मियो पर कार्यवाही का कड़ा निर्देश जारी करते रहे।पर खुद अमल में नही ला पा रहे है।
केंद्रीय मंत्री का दर्द:खोली अवैध रूप से नियुक्त बड़के बाबुओं की पोल
विभाग के शीर्ष अधिकारियो की बेरुखी पर केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री मा० कौशल किशोर ने चेयरमैन औऱ उनके सिपाहसलाकरो की पोल खोल दी। औऱ खुद का फोन न उठाइये जाने पर अपना दर्द बयां किया।
केंद्रीय मंत्री ने दिशा की बैठक में बताई आपबीती
केन्द्रीय मंत्री ने विकास समन्वय औऱ निगरानी समिति (दिशा) की मीटिंग में कहा कि मध्यांचल के प्रबंध निदेशक उनका फोन नही उठाते है कई बार CUG नंबर पर फोन किया परन्तु फोन नही उठा औऱ न ही पलट कर फोन आया। मंत्री जी ने नाराजगी जताते हुये बताया की जब ऐसे अधिकारी मेरा फोन नही उठाते औऱ जवाब देने की फुर्सत नही, तो आम उपभोक्ताओ/जनता की क्या सुनते होंगे? मंत्री जी ने कहा कि इस मुद्दे पर मा०मुख्यमंत्री से बात करूंगा। मेरे PRO के फोन पर भी जवाब नही देते है मैं दिल्ली के दफ्तर के लैंडलाइन से फोन करता हूँ उसका भी जवाब नही देते।
संसदीय क्षेत्र में है भीषण बिजली संकट
केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि ने बताया कि मोहनलालगंज सांसदीय क्षेत्र बंथरा समेत दर्जनों ग्रामीण इलाके के की जनता गर्मी में भीषण बिजली संकट से जूझ रहे है जिसके संबंध में मंत्री जी प्रबंध निदेशक से बात कर समस्याओं से अवगत कराने के लिए कई बार फोन किया।