विद्युत विभाग:स्मार्ट सिटी के उपभोक्ता विभाग की स्मार्टनेस से परेशान:एजेंसी मस्त उपभोक्ता पस्त
वाराणसी 2 मार्च:प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्मार्ट विद्युत व्यवस्था के लिए उपभोक्ताओं के परिसरो पर स्मार्ट मीटर लगाए गए। जिनकी बिलिंग स्मार्ट तरीके से किये जाने का काम प्राइवेट एजेंसी के जिम्मे था। परंतु स्मार्ट सिटी के स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए सिर दर्द साबित हो रहे है।
वर्तमान में ख़राब स्मार्ट न बदले जाने पर शहर के उपभोक्ताओं को कई कई दिनों तक अंधेरे में रहना पड़ रहा है क्षेत्रीय वितरण के अधिकारी औऱ उपभोक्ता दोनों इस समस्या से दो चार हो रहे है निगम प्रबंधन के पास इसका हल नही दिखते नज़र आ रहा है।
मीटर का पैसा जमा,चक्कर लगाता उपभोक्ता
शहर के सैकड़ों स्मार्ट मीटर कनेक्शन धारक 15 दिनों से बिन बिजली के हैं। खराब मीटर बदलवाने के लिए वे बिजली विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन, उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है। अभियंता कोई न कोई तर्क देकर उन्हें वापस कर दे रहे हैं। उपभोक्ताओं ने मीटर कास्ट जमा कर दिया है।
निगम प्रबंधन नही दिखता गम्भीर
वहीं, पूर्वाचल डिस्कॉम प्रबंधन मीटर न बदले जाने जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। मीटर सप्लाई करने वाली कंपनी ईईसीएल के अफसरों पर नरमी से पेश आ रहा है। चौक उपकेंद्र की उपभोक्ता ने बताया कि 13 फरवरी को खराब मीटर बदलवाने के लिए मूल्य जमा कर दिया लेकिन अबतक मीटर नहीं लगा। मैदागिन उपकेंद्र के उपभोक्ता ने बताया कि घर में लाइन नहीं है।
उपभोक्ताओं मैनुवाल व्यवस्था में लौटने को मजबूर
स्मार्ट सिटी की स्मार्ट विद्युत व्यवस्था से परेशान उपभोक्ताओं ने अब पुरानी मैनुवाल इलेक्ट्रॉनिक मीटर की ऒर लौटने को मजबूर हो कर अपने कनेक्शन को PD करवा कर नया कनेक्शन ले रहे है उपभोक्ताओं का कहना है कि कम से कम लाइट तो मिलेगी। क्षेत्रीय अधिकारी भी स्मार्ट मीटर की व्यवस्थाओ से परेशान दिखे।बड़ी संख्या में स्मार्ट मीटर को हटाने के लिए कनेक्शन PD हो रहे है। क्षेत्रीय अधिकारी भी मजबूर दिख रहे है।